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626 कबीर साहेब प्रकट दिवस

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🔸पाप विनाशक कबीर प्रभु सम्पूर्ण शांति दायक, कविरंघारिसि = कबीर परमेश्वर (अंघ) पाप का (अरि) शत्रु (असि) है अर्थात् पाप विनाशक कबीर है। बन्धन का शत्रु अर्थात् बन्दी छोड़ कबीर परमेश्वर है। - यजुर्वेद अध्याय 5 मंत्र 32 कबीर परमात्मा आयु बढ़ा देते हैं। 600 साल पहले उन्होंने अपने गुरुदेव स्वामी रामानंद का कटा हुआ शीश पुनः धड़ पर लगाकर उनकी आयु बढ़ा दी थी। देखें प्रतिदिन साधना टीवी पर शाम 7:30  से पूर्ण परमात्मा कबीर साहेब ने लाखों लोगों के बीच में एक मरे हुए लड़के को जिंदा कर दिया था। लोगों ने कहा कबीर जी ने कमाल कर दिया। इसलिए कबीर साहेब ने उस लड़के का नाम कमाल रख दिया था। देखें प्रतिदिन ईश्वर टीवी पर शाम 8:30 से

कबीर प्रकट दिवस14जून

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Supreme God is Kabir Lord Kabir Our Savior पाप विनाशक कबीर प्रभु सम्पूर्ण शांति दायक, कविरंघारिसि = कबीर परमेश्वर (अंघ) पाप का (अरि) शत्रु (असि) है अर्थात् पाप विनाशक कबीर है। बन्धन का शत्रु अर्थात् बन्दी छोड़ कबीर परमेश्वर है। - यजुर्वेद अध्याय 5 मंत्र 32 ♦️14 जून कबीर प्रकट दिवस के उपलक्ष्य में जरूर जानें अद्भुत बातें♦️ कबीर परमेश्वर जी का मानव समाज को विशेष संदेश हम सभी जानते हैं कि कबीर साहेब आज से लगभग 600 वर्ष पहले इतिहास के भक्तियुग में जुलाहे की  भूमिका निभाकर गये। जिनको हम सभी संत कबीर के नाम से जानते हैं परन्तु वास्तव में कौन हैं? इससे आज भी हम अपरिचित है इन सब से परिचित होने के लिए हमे हमारे धर्म ग्रन्थों को देखना होगा और इस सच को स्वीकार करना होगा कि कबीर साहिब ही पूर्ण परमात्मा है जिनका प्रमाण हमारे धर्मग्रंथों में है परमात्मा कबीर स्वयं ही पूर्ण परमात्मा का संदेशवाहक बनकर आते हैं और अपना तत्वज्ञान सुनाते हैं। 600 साल पहले कबीर साहेब जी ने भोली-भाली जनता को नकली पाखंडी, गुरुओं, पंडितों व संतों के बारे में बताया कि-  लाडू लावन लापसी, पूजा चढ़े अपार। पू...

कुरान

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कादर अल्लाह यथार्थ ज्ञान बताता है। शैतान (जिसे महापुरूषों ने ‘‘काल’’ कहा है) गुप्त रहता है। गुप्त रूप से अज्ञान व ज्ञान का मिश्रण मानव को देता है जो अधूरा अध्यात्म ज्ञान है। समर्थ परमेश्वर संत व सतगुरू के रूप में प्रत्यक्ष प्रकट होकर यथार्थ संपूर्ण अध्यात्म ज्ञान अपने मुख से बोलकर बताता है। परंतु सर्व मानव ने एक बात की रट लगा रखी है कि प्रभु निराकार है जबकि सर्व धर्मों के पवित्र ग्रन्थों में प्रमाण है कि खुदा मानव जैसा साकार है।  हजरत मुहम्मद जी मांस नहीं खाते थे। गरीब, नबी मुहम्मद नमस्कार है, राम रसूल कहाया। एक लाख अस्सी कूं सौगंध, जिन नहीं करद चलाया।। संत गरीबदास जी ने कहा है कि नबी मुहम्मद जी को मेरा नमस्कार (सलाम) है। वे (राम) अल्लाह के (रसूल) संदेशवाहक कहलाए। बाबा आदम से लेकर अंतिम नबी हजरत मुहम्मद जी तक एक लाख अस्सी हजार नबी हुए हैं तथा जो उनके अनुयाई उस समय थे, कसम है उन्होंने छुरी चलाकर जीव हिंसा नहीं की।   बाईबल तथा कुरआन का ज्ञानदाता एक है। जिस अल्लाह ने ''कुरआन‘‘ का पवित्र ज्ञान हजरत मुहम्मद पर उतारा। उसी ने पाक ''जबूर‘‘ का ज्ञान हजरत दाऊद पर, पाक...

StopWar

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UK स्थित Syrian Observatory for Human Rights (SOHR) ने अपनी रिपोर्ट में बताया है कि सीरिया में ग्रह युद्ध के चलते दिसंबर 2020 तक 387,118 मौतें दर्ज की थी। इनमें 116,911 सीरिया के नागरिक थे। इस आंकड़े में वो 205,300 लोग शामिल नहीं हैं, जो लापता हैं और मृत समझे जाते हैं। करीब 88,000 नागरिकों के सरकारी जेलों में टॉर्चर से मौत हो चुकी है। UNICEF के मुताबिक, लगभग 12,000 बच्चों की या तो मौत हुई है या वो गंभीर रूप से घायल हैं

Adham

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एक अधम शाह नाम का फकीर था। उसने बलख शहर से कुछ दूर एक कुटिया बना रखी थी। शहर में घूमने-फिरने आता था। एक दिन उसने बलख के बादशाह की इकलौती बेटी को देखा। वह युवा तथा सुंदर थी।  अधम शाह के मन में दोष उत्पन्न हो गया और राजा के पास जाकर कहा कि इस लड़की का विवाह मेरे से कर दो। राजा हैरान रह गया। फकीर कहीं शाॅप न दे दे, इसलिए डर भी गया। अचानक हाँ या ना नहीं कह सका, कल आने को कहा। मंत्रियों को पता चला।  एक राय बनी कि कल उसे कह देंगे कि राजा की लड़की से विवाह करने के लिए मोतियों का एक हार लाना पड़ता है या सौ मोती लाने होते हैं। अन्यथा विवाह नहीं होता। अगले दिन फकीर को यह शर्त बता दी गई। फकीर मोती लेने चला। किसी ने बताया कि मोती तो समुद्र में मिलते हैं। समुद्र के किनारे जाकर अपने करमण्डल (लोटे) से समुद्र का जल भरकर कुछ दूरी पर रेत में डालने लगा। कई दिन तक भूखा-प्यासा इसी प्रयत्न में लगा रहा।  शरीर भी समाप्त होने को आया। जो भी देखता, वही कहता कि अल्लाह के लिए घर त्यागा था। अब नरक की तैयारी कर रहा है। समुद्र कभी खाली नहीं हो सकता। भक्ति कर। परमात्मा जिंदा बाबा के वेश में वहाँ प्रकट हुए त...

कृष्मश

En se suicidant, les gens détruisent leur corps et mettent fin à leur vie humaine, mais une chaîne sans fin de problèmes et de chagrins s'enclenche, ce qui est bien plus que ce à quoi ils étaient confrontés ici ! Le Dieu tout-puissant Kabir peut détruire la malédiction des mauvaises actions car il est l'autorité ultime pour faire de même. Suivez le vrai chemin de l'adoration et faites l'expérience de la sérénité ! Lorsque les gens mettent fin à leur corps humain en se suicidant, les problèmes qu'ils pensaient disparaître, atteignent le sommet le plus élevé car les souffrances de l'enfer doivent être affrontées parce qu'ils ont commis le plus grand péché en mettant fin à leur vie humaine par eux-mêmes ! Ensuite, les atrocités de 84 formes de vie lakh font des ravages, les faisant pleurer. Lorsqu'une feuille se détache de la branche de l'arbre, elle ne peut plus y être attachée. De même, le don du corps humain est le plus rare de tous les trésors car c...

सत्य

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सरकार के तलवे चाटने वाले बाबा रामदेव स्वस्थ होते हुए भी जान बूझकर कोर्ट में पेश नही हो रहे, लेकिन दूसरी और संत रामपाल जी महाराज  पूरे ज्यूडिशरी सिस्टम और सरकार की करतूतों को समाज के सामने लेकर आये, इसी कारण अस्वस्थ होते हुए भी इसी सरकार ने संत रामपाल जी महाराज को गिरफ्तार करने के लिए 45000 हजार जवान भेजे। आँशु गैस के गोले, गोलियां, वाटर केनन पता नही क्या क्या जुल्म किये गए। सरकार का कोई मंत्री या आलाधिकारी समझौते या मामले को समझने के मूड में नही दिखा। लेकिन अब देखना बाबा रामदेव को सरकार की चमचागिरी करने के एवज में हैलीकॉप्टर में लाया जाएगा। सरकार के मंत्री लाइन लगा कर बाबा को न्योता देने गए होंगे मामले को दबाने के लिए,  और हाँ एक और बात अगर बाबा रामदेव 3 अगस्त को भी पेश नही हुए तब भी हमारे न्यायलय का दोहरा चरित्र देखने को जरूर मिलेगा। बस इंतजार कीजिये। देखिए कैसे लोकतंत्र का चीरहरण किया जा रहा है। क्योंकि इसी दोहरे चरित्र को संत रामपाल जी महाराज ने समाज के सामने रखा, देखिए कैसे सरकार के चाटुकार संविधान का मजाक बना रहे हैं, बस यही फर्क संत रामपाल जी महाराज ने समझाया...